यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के परिवार के लिए राहत भरी खबर! 2 हजार से अधिक और छात्र लौटेंगे वतन

 युद्धग्रस्त यूक्रेन की सीमा से रविवार को ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 2,000 से अधिक भारतीय नागरिकों को निकाले जाने की उम्मीद है।

केंद्र ने उन भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए एक एयरलिफ्ट अभियान शुरू किया है, जो युद्धग्रस्त यूक्रेन की सीमाओं से सटे पड़ोसी देशों तक पहुंच रहे हैं। भारत ने भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए कई विशेष चार्टर उड़ानों के साथ-साथ भारतीय वायु सेना के विमानों को तैनात किया है।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “कल (रविवार) संभवत: बुडापेस्ट, कोसिक, रजेसजो और बुखारेस्ट से उड़ान भरने वाली 11 विशेष उड़ानों से 2,200 से ज्यादा भारतीयों के वापस लौटने का अनुमान है।”

बयान में कहा गया है, “ऑपरेशन गंगा के तहत शनिवार को यूक्रेन के पड़ोसी देशों से 15 विशेष उड़ानों से करीब 3,000 भारतीयों को एयरलिफ्ट किया गया।”

बयान के मुताबिक, शनिवार का ऑपरेशन 12 विशेष नागरिक और वायुसेना की 3 उड़ानों के जरिए किया गया।

नागरिक उड़ानें बुडापेस्ट, सुकेवा, कोसिसे और रजेसजो से संचालित की गईं।

बयान में कहा गया, “इसके साथ, 22 फरवरी, 2022 से अभी तक विशेष उड़ानों के माध्यम से 13,700 से ज्यादा भारतीयों को वापस लाया जा चुका है। “

इसके अलावा, मंत्रालय ने कहा कि 55 विशेष सिविलियन उड़ानों के द्वारा वापस लाए गए भारतीयों की संख्या बढ़कर 11,728 हो गई है।

बयान के अनुसार, अभी तक आईएएफ द्वारा संचालित 10 उड़ानों से 2,056 यात्रियों को वापस लाया जा चुका है, वहीं ऑपरेशन गंगा के तहत इन देशों को लगभग 26 टन राहत सामान पहुंचाया जा चुका है।

बयान में आगे कहा गया है, “आईएएफ के तीन सी-17 हैवी लिफ्ट ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट कल हिंडन हवाई अड्डे से रवाना हुए थे, जो आज (शनिवार) सुबह हिंडन लौट आए। इन उड़ानों के माध्यम से रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड से 629 भारतीय नागरिकों को वापस लाया गया। ये उड़ानें भारत से इन देशों के लिए 16.5 टन राहत सामान भी लेकर गए थे।”

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